जिले के इस नगर पंचायत अध्यक्ष चुनाव का करेगी भाजपा बहिष्कार…प्रशासन पर लगाया सत्ता के दबाव का आरोप
जय जोहार इंडिया TV

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जिले के इस नगर पंचायत अध्यक्ष चुनाव का करेगी भाजपा बहिष्कार…प्रशासन पर लगाया सत्ता के दबाव का आरोप
घरघोड़ा- घरघोड़ा नप में अविस्वाश प्रस्ताव के पश्चात होने वाले नगर पंचायत के अध्यक्ष चुनाव में स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाते हुये भाजपा घरघोड़ा द्वारा उक्त चुनाव के बहिष्कार करने का एलान करते हुये घरघोड़ा अनुविभागिय अधिकारी को ज्ञापन सोपा गया ।
मंडल भाजपा अध्यक्ष सहनु पैकरा के नेतृत्व में भाजपा के 4 पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन देते हुये स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाते हुये कहा कि जिला कलेक्टर रायगढ द्वारा घरघोड़ा व धर्मजयगढ़ नप के अध्यक्ष चुनाव हेतु 12 जून को ही पत्र जारी कर दिया गया था धर्मजयगढ़ एसडीएम द्वारा 15 दिवस में ही चुनाव संम्पन्न करा दिया गया परन्तु घरघोड़ा एसडीएम द्वारा 2 माह तक चुनाव ना कराना स्पष्ठ करता है कि सत्ता पक्ष का दबाव यहां किस कदर हावी है उसके पश्चात एसडीएम द्वारा पूर्व में 11 अगस्त को पत्र जारी करते हुये 24 अगस्त को चुनाव की तारीख निर्धारित की जाती है परंतु 5 दिवस वितने के पश्चात भी उक्त पत्र की तामीली नही होती नप के कर्मचारियों द्वारा पत्र को दबाया गया जब मीडिया में यह बात आई तब जाकर पत्र के तामीली का प्रयास किया गया निर्वाचन जैसे मामले में लापरवाही बरतने वाले नप के जिम्मेदार कर्मचारी के बिरुद्ध कार्यवाही करने के बजाय उन्हें संरक्षण दिया जाता है ओर चुनाव की तिथि को बढ़ाते हुये 31 अगस्त कर दिया जाता है इससे साफ जाहिर होता है कि प्रशासन सत्ता पक्ष के दबाव में किस कदर काम कर रही है इसलिये मंडल भाजपा ने पार्षदो व वरिष्ठ नेताओं से राय लेकर उक्त अध्यक्ष चुनाव का बहिष्कार करती है और जब नप के अध्यक्ष चुनाव में यह हाल है तो आने वाले विधानसभा चुनाव के निष्पक्षता पर भी सवाल करती है।

बहुमत के बाद भी भागे भागे क्यो फिर रहे है सत्ता पक्ष के पार्षद- विजय शिशु सिन्हा
नप घरघोडा के पूर्व अध्यक्ष विजय शिशु सिन्हा ने कहा कि विजेपी के हम चार पार्षद है फिर भी सत्ता पक्ष आखिर ऐसा खोफ क्यो खायी हुई है कि 2 माह तक यहां चुनाव नही होने देती है पत्र की तामीली नही होने दी जाती है 11 में से 8 पार्षद अपने वार्ड के जन हित कार्यो को छोड़ पंद्रह दिनों से नगर से बहार है लोगो को पीने का पानी तक नसीब नही हो रहा है सत्ता पक्ष के पार्षद समुद्र में डुबकी लगा कर मौज मस्ती में लगे है जो इस बात को स्पष्ठ करती है कि जनता के प्रति जवाब दारी के बजाय कुर्सी ज्यादा महत्वपूर्ण है।

