प्रधान पाठक के कक्ष में वर्षो से संचालित है प्राथमिक शाला, भवन जर्ज़र होने से बच्चें खुले आसमान में पढ़ने को बच्चे मजबूर
प्राथमिक शाला के पहली से प्रधान पाठक के कक्ष में वर्षों से संचालित है प्राथमिक शाला, भवन जर्ज़र होने से बच्चें खुले आसमान में पढ़ने को मजबूर कक्षा तक के बच्चे मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक कक्ष में बैठकर पढ़ने को मजबूर, बरसात के मौसम में होती है बच्चों और शिक्षक को सबसे ज्यादा परेशानी वही बाकी दिनों में बच्चों को खुले आसमान के नीचे बैठकर पढ़ाया जा रहा।
हम बात कर रहे धरमजयगढ़ नगरपंचायत क्षेत्र के वार्ड क्रमांक एक की, सोचनीय बात यह हैं शहरी क्षेत्र में होने के बावजूद जब नगर पंचायत क्षेत्र होने के बाद भी इन बच्चों को पढ़ाई करने में इतनी समस्या आ रही है स्कूल जतन योजना अंतर्गत एक भवन इन्हें नहीं मिल सका जिससे प्राथमिक शाला के 39 बच्चे मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक कक्ष में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर है, शासन शिक्षकों को भारी भरकम वेतन दे सकती है पर बच्चों के लिए भवन की उचित व्यस्था नहीं कर सकती तो ऐसे स्कूल संचालित करने का क्या लाभ।
जर्जर भवन की जानकारी शिक्षक द्वारा कई बार उच्चाधिकारियों को दिया गया है वही वार्ड के पार्षद द्वारा भी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को जर्जर भवन की शिकायत कर नए भवन निर्माण करने को कहा गया है पर आजतक कोई भी उचित पहल बच्चों के भविष्य को देखते हुए नहीं किया गया।
सवाल यह उठ रहा है जब नगरीय क्षेत्रों में जर्जर भवन की जानकारी होने के बाद भी जिम्मेदारों द्वारा बच्चों की शिक्षा के लिए कोई उचित पहल नहीं किया जा रहा तो ग्रामीण स्तर में क्या हाल हो रहा होगा।