मुख्य समाचार

हेल्थ केयर ड्रोन डिलीवरी नेटवर्क का हुआ सफल परीक्षण

छत्तीसगढ़/रायगढ़/धरमजयगढ़/छाल

जय जोहार इंडिया TV भारत की सबसे लोकप्रिय वेब पोर्टल

हेल्थ केयर ड्रोन डिलीवरी नेटवर्क का हुआ सफल परीक्षण

जिले के सुदूर क्षेत्र में पहुंच सकेगी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं

जय जोहार इंडिया TV/रायगढ़, 13 दिसम्बर 2024/ ग्रामीण एवं सुदूर क्षेत्रों में चिकित्सा में सीमित परीक्षण, अत्यावश्यक दवाओं की जरूरत को तत्काल पूरा करने के उद््देश्य से स्वास्थ्य सेवाएं में विस्तार जारी है। स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुदूर क्षेत्रों में बन सके इसके लिए नई ड्रोन तकनीक का प्रयोग आज शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम, रायगढ़ में किया गया। जिसके तहत आज सीएमएचओ डॉ.बी.के.चंद्रवंशी ने ड्रोन के माध्यम से तमनार के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए आवश्यक दवाईयां भेजी जो शासकीय कन्या स्कूल ग्राउंड में उतारा गया। जिसके पश्चात सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तमनार से ब्लड सेम्पल भेजा गया जो सफलता पूर्वक अपने गंतव्य रायगढ़ तक पहुंचा। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ.दिनेश पटेल, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.भानू पटेल, बीएमओ तमनार डॉ.डी.एस.पैकरा, डीपीएम सुश्री रंजना पैकरा, बीपीएम तमनार श्री घनश्याम प्रधान एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।


उल्लेखनीय है कि राज्य के साथ जिले में हेल्थकेयर ड्रोन डिलीवरी नेटवर्क का सफल परीक्षण किया गया। यह तकनीक विशेष रूप से पहाड़ी और दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ एवं आपातकालीन स्थिति में तेजी लाने के लिए विकसित की गई है। इस ड्रोन नेटवर्क की मदद से ब्लड सैंपल और आवश्यक दवाइयां उन इलाकों में समय पर पहुंचाई जा सकेंगी, जहां सड़क कनेक्टिविटी या ट्रैफिक की समस्याएं बाधा बनती हैं।

रायगढ़ में हुआ हेल्थकेयर ड्रोन डिलीवरी नेटवर्क का सफल परीक्षण

रायगढ़ से तमनार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक ड्रोन के जरिए दवाइयां भेजी गईं। वहां से ब्लड सैंपल को कलेक्ट कर वापस रायगढ़ लाया गया। यह प्रक्रिया महज 18-15 मिनट में पूरी हुई। सीएमएचओ डॉ.चंद्रवंशी ने कहा कि इस तकनीक से ब्लड सैंपल भेजने पश्चात उनकी रिपोर्ट 1-2 घंटे के भीतर ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा सकती है। इससे मरीजों को त्वरित इलाज देने में सहायता मिल सकती है।

दूरस्थ अंचलों में मिल सकती है आपातकालीन मदद

हेल्थकेयर ड्रोन डिलीवरी नेटवर्क उन इलाकों में जहां सड़क कनेक्टिविटी और ट्रैफिक की समस्याएं हैं, उनको प्रमुख चिकित्सा केंद्रों से जोड़ा जा सकता है, जिससे आपातकालीन सेवाओं में सुधार होगा और जीवन रक्षक दवाइयां समय पर पहुंचाई जा सकेंगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Back to top button
Don`t copy text!