भैया कलेक्टर, भाभी एसपी, पापा BEO, मम्मी टीचर, अब बेटे ने हासिल किया डिप्टी कलेक्टर का पद, जानिए सरकारी स्कूल से लेकर IIT कानपुर तक का सफर
जय जोहार इंडिया TV

CGPSC Result 2022 : भैया कलेक्टर, भाभी एसपी, पापा BEO, मम्मी टीचर, अब बेटे ने हासिल किया डिप्टी कलेक्टर का पद, जानिए सरकारी स्कूल से लेकर IIT कानपुर तक का सफर
खबर डेस्क
रोहित कश्यप, मुंगेली। छत्तीसगढ़ पीएससी 2022 (CGPSC 2022) का रिजल्ट घोषित हुआ है. CGPSC में दूसरा रैंक हासिल कर शुभम देव डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं. हालांकि शुभम देव का लक्ष्य UPSC क्लियर करना है. लेकिन उससे पहले CGPSC में दूसरा रैंक हासिल कर जो उन्होंने मुकाम हासिल किया है उससे परिवार जन और खुद शुभम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

कौन है शुभम देव
शुभम देव छत्तीसगढ़ कैडर के 2016 बैच के IAS अफसर और वर्तमान में मुंगेली कलेक्टर के पद पर पदस्थ राहुल देव के भाई हैं. शुभम देव की भाभी यानी कलेक्टर राहुल देव की पत्नी भी छत्तीसगढ़ कैडर के 2014 बैच के IPS अफसर भावना गुप्ता है जो कि वर्तमान में बेमेतरा जिले में एसपी के पद पर पदस्थ हैं. उनके पिता अम्बिकापुर क्षेत्र में शिक्षा विभाग में विकासखंड शिक्षा अधिकारी है, जबकि मां भी शिक्षिका है.
शुभम को उनके इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए उनसे बातचीत की. जिसमें शुभम देव ने बताया कि बचपन से ही उनका परिवारिक माहौल शैक्षणिक रहा है. शुभम की और उनके भाई (कलेक्टर राहुल देव) की प्रारंभिक शिक्षा अम्बिकापुर जिले के ग्रामीण परिवेश उदयपुर में हुई है. जिसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए शहर की ओर रुख किये. 12 वीं पढाई के बाद शुभम ने IIT कानपुर से पासआउट कर लिया. मगर उन्होंने इस क्षेत्र में जाने की बजाय IAS अफसर और कलेक्टर राहुल देव को आईडियल मानते हुए दिल्ली में रहकर UPSC की तैयारी में जुट गये जो कि अभी भी जारी है. इसी बीच CGPSC में उनका चयन हो गया है. जिससे उनका पूरा परिवार गौरवांवित महसूस कर रहा है. हालांकि शुभभ का कहना है कि UPSC की तैयारी वे अपने स्तर पर तब तक जारी रखेंगे, जब तक सफलता न मिल जाए. वहीं उन्होंने अपने इस सफलता के लिए गुरुजन समेत माता-पिता और भैया-भाभी को श्रेय दिया है.
कलेक्टर राहुल देव ने अपने भाई को दी बधाई देते हुए लिखा
कलेक्टर राहुल देव ने शुभम को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए लिखा कि मेरे भाई शुभम देव को जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई, जिनके लिए कई वर्षों की नींद हराम, रातों की कठोर परिश्रम,अंतहीन बुद्धिमानी और कारण के लिए अप्रत्याशित समर्पण ने अंत मे फल प्राप्त किया है. आईआईटी कानपुर से आकर कई बार सीएसई मेन और इंटरव्यू में आ चुका है. अंत मे उसके पास खुशी और खुशी के लिए कुछ है. CGPSC में दूसरी रैंक निश्चित रूप से एक उल्लेखनीय और प्रशंसनीय उपलब्धि है.

