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मार्ग निर्माण में लेट लतीफी और धूल भरी रास्तों से ग्रामीण परेशान…
जय जोहार इंडिया TV न्यूज नेटवर्क

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मार्ग निर्माण में लेट लतीफी और धूल भरी रास्तों से ग्रामीण परेशान…
जय जोहार इंडिया TV न्यूज नेटवर्क सबसे तेज न्यूज रायगढ़/धरमजयगढ़ – सत्ता किसी का भी हो पर क्षेत्रवासियो का समस्या पर कोई भी पार्टी पहल करने का नाम नही ले रहा, सबको अपनी सरकार बनानी है, इसके लिए आरोप प्रत्यारो भी लगाते है पर जन मुद्दो को लेकर कोई जमीनी स्तर पर पहल करना ही नही चाहता। खरसिया चोढ़ा चौक से बाकारूमा 91 किलोमीटर मुख्य मार्ग की दुर्दशा किसी को बताने की जरूरत ही नही इन्ही मार्गो से होकर अधिकारी और जनप्रतिनिधि गुजरते है पर जिम्मेदार लोगो को कोई फर्क ही नही पड़ता ना ही कोई ठोस पहल कर रहा मार्ग की दुर्दशा को सुधारने के लिए 15 मार्च को चंद्रशेखरपुर ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम भी किया गया था छाल तहसीलदार महेंद्र लहरे और खरसिया एसडीओपी प्रभात पटेल के आवाश्वासन के बाद जाम खोला गया पर कोई भी पहल ठेकेदार द्वारा नही किया गया ।
इस मार्ग की घटिया गुणवत्ता विहीन निर्माण में 4 अधिकारियों पर निलंबन की कार्यवाही भी हो चुकी हैं पर फिर भी किसी को कोई परवाह तक नहीं, मानो अब तो क्षेत्रवासी यह तक बोलने लगे है की ठेकेदार के मनमानी के आगे अधिकारियों की नही चलती और ना ही जनप्रतिनिधियों की इसलिए तो आजतक कोई नेता इस मार्ग को लेकर सजग नही हुआ है
सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे छोटे व्यापारी, जिसका सीधा प्रभाव पड़ रहा उनके व्यापार पर
चोढ़ा चौक से लेकर बाकारूमा तक दर्जनों गांव मार्ग किनारे बसे हुए है जिसमे उनका रोड़ किनारे व्यापार भी चल रहा है खराब रोड़ की वजह से कम गाड़ियों के चलने से क्षेत्रवासियो के व्यापार भी प्रभावित हो रहे है। मार्ग किनारे कई छोटे दुकान जैसे चाय नाश्ता के होटल ,फल दुकान, किराना दुकान, टायर पंचर दुकान धूल डस्ट के चक्कर से बंद हो गए है बचे हुए दुकान भी बंद करने की नौबत आ गई है।
धूल डस्ट का स्वास्थ को पड़ रहा सीधा प्रभाव
मार्ग के नही बनने से राहगीरों और ग्रामीणों के स्वास्थ पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ रहा है क्योंकि इसी गड्ढे और धूल भरे मार्ग से गुजरकर ग्रामीणों को अपना दैनिक कार्य करने के लिए गुजरना पड़ता है वही छोटे-छोटे बच्चे इन्ही खराब और धूल भरी रास्तों से होकर स्कूल जाते है जिससे की स्कूल जाकर वो खुद को भी कभी कभी नही पहचान पाते रास्ते में बच्चो का धूल से यह तक हाल हो जाता है। धूल के कारण क्षेत्र के लोगो के स्वास्थ को इसका सीधा असर हो रहा है कई लोगो को स्वास की समस्या, खुजली, एलर्जी, बालो का झड़ना जैसे कई बीमारियों का सामना करना कद रहा है।
विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव आ गया वही जनप्रतिनिधि इन्ही मार्गो से होकर अपनी पार्टियों की उपलब्धि और सरकार की नई नई नीति का बरखान कर रहे पर रोड़ निर्माण पर साध रहे चुप्पी कोई भी जनप्रतिनिधि ग्रामीणों के सामने इस मुद्दो पर चर्चा ही नही करना चाहता है अगर शासन-प्रशासन चाहे तो क्या ठेकेदार से मार्ग जल्दी और गुणवत्ता मार्ग बनवा नही सकता…..
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