अविश्वास प्रस्ताव के जरिए INDIA दिखायेगा मोदी को अपनी ताकत….क्या हो सफल होगा विपक्ष..
जय जोहार इंडिया TV

जय जोहार इंडिया TV न्यूज पोर्टल यूट्यूब चैनल
अविश्वास प्रस्ताव के जरिए INDIA दिखायेगा मोदी को अपनी ताकत
क्या दूसरी बार भी विपक्ष होगा धराशाही

जय जोहार इंडिया TV 26 जुलाई 2023 INDIA ने मोदी सरकार के खिलाफ अपना पहला अविश्वास प्रस्ताव आज पेश कर दिया जिसे लोकसभा अध्यक्ष ने स्वीकार भी कर लिया है अब इस पर बहस कब होगी यह तय किया जायेगा विपक्ष यह अच्छी तरह जानता है की उसका प्रस्ताव पास होने वाला नही है लेकिन फिर भी वह मणिपुर के बहाने INDIA की ताकत को आंकना चाहता है क्योंकि बेगलोर की बैठक के बाद से ही कुछ पार्टियों के सुर बदल गए थे बिहार के नीतीश तेजस्वी व लालू को नाम ही पसंद नही आया था तो महाराष्ट्र के शरद पवार अपने अपमान से क्षुब्ध थे ऐसे में INDIA स्ट्रेथ के साथ लोगो को अपनी क्षमता भी दिखाना चाहता है की उसके साथ कितने सांसद है इस बहाने व अपनी एक जुटता भी प्रदर्शित करना चाहता है यह तो सभी जानते ही की विपक्ष की पी एम के बयान की जिद पूरी तरह बेमानी है और वह अनावश्यक तरीके से सदन के काम काज में बाधा खड़ी कर रहा है यदि उसका टारगेट मणिपुर होता तो उसे अविश्वास प्रस्ताव वहां की सरकार के खिलाफ पेश करना चाहिए था जो चर्चा वह लोक सभा में करना चाहता है उसे मणिपुर के सदन में करनी चाहिए थी ऐसा होता तो विपक्ष देश के सामने अपनी साफ नियत का सबूत पेश कर सकता था लेकिन लोकसभा में चर्चा की उसकी मांग से विपक्ष की गरिमा को ठेस पहुंची है लोगो में यह मैसेज गया की विपक्ष का इरादा स्वस्थ्य चर्चा न हो कर राजनेतिक दुर्भावना से ग्रसित है वो जान बूझकर प्रधान मंत्री मोदी को इस मामले में टारगेट कर रहा है पिछले 9 साल में विरोधियों ने एक बार भी अच्छे विपक्ष की भूमिका का प्रदर्शन नही किया है हर बार वह घूम फिरकर मोदी को नीचा दिखाने के प्रयास में जुट जाता है जिससे विपक्ष का इरादा देश में मोदी विरोध के एजेंडे के रूप में सेट हो गया है जो विपक्ष के लिया घातक साबित होगा 2014 के बाद से देखे तो हर बार विपक्ष की ताकत कम हुई है और मोदी की ताकत में इजाफा हुआ है 2024 के लिए भी विपक्ष ने मोदी का नेरेटिव सेट कर दिया है पहले मुकाबले में ही विपक्ष का INDIA धराशाही हो गया बैगलोर में उसके 26 दलों के मुकाबले दिल्ली में NDA के 36 दल शामिल हुए 10 ज्यादा इसके अलावा दो से तीन दलो का उसे बाहर से समर्थन भी प्राप्त है विपक्ष अपनी पहली बाजी हार गया और दूसरी बार वह अब अविश्वास प्रस्ताव के गिरने से लोकसभा में भी हारने वाला है विपक्ष की इस पराजय ने संकेत दे दिया की 2024 में सरकार बनाने की उसकी मंशा पूरी होने वाली नही है अभी 1 साल बाकी तब तक दिल्ली की यमुना में कितना पानी बहेगा और कितना बचेगा यह तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा .

