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सन इस्पात का विस्तार वन्य जीव एवम नदियों के लिए घातक विरोध में करेंगे जन आंदोलन – कांग्रेस महासचिव सीएसआर मद एवम स्थानियोंं को रोजगार केवल कागजों पर सीमित – सम्पत चौहान
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सन इस्पात का विस्तार वन्य जीव एवम नदियों के लिए घातक विरोध में करेंगे जन आंदोलन – कांग्रेस महासचिव
सीएसआर मद एवम स्थानियोंं को रोजगार केवल कागजों पर सीमित – सम्पत चौहान
जय जोहार इंडिया TV न्यूज नेटवर्क रायगढ़ जिला संस्कृति नगरी के साथ घनें जंगल एवम प्राकृतिक खूबसूरती के लिए भी जाना जाता था परंतु विडंबना है की उद्योग जैसे विकराल राक्षसों ने इसकी सुंदरता को निगल लिया और यह सब जिले में बढ़ते उद्योग और उनके अनवरत होते विस्तार के कारण हो रहा है उक्त बातें रायगढ़ के असंतुलित उद्योग विस्तार को देखते हुए कांग्रेस नेता और पर्यवरण बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य सम्पत चौहान जी ने प्रेस के माध्यम से कहा है।

श्री चौहान ने यह भी कहा की अनवरत और अवैधानिक उद्योग और विस्तार पर स्थानीय प्रशासन पूरी तरह मूक दर्शक बन चुका है, यहां शिहायतें होती रहती है और न्याय फाइलों में बंद कहीं अंधेरे कमरे में पड़ी है, हम जिलेवासियों को कहीं से किसी प्रकार का न्याय नही मिल रहा जो निंदनीय है।

उन्होंने कहा की इसी क्रम में घरघोड़ा ब्लॉक में टेंडा नवापारा के समीप सन इस्पात का उद्योग विस्तार भी 04 जुलाई को प्रस्तावित है जो पूरी तरह से अवैधानिक और गैर कानूनी है जिसका हम कड़ा विरोध करते हुए निरस्त करने की मांग करते हैं। उक्त प्लांट पहले से ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है साथ ही प्लांट के कारण वन्य जीवों को भी भटकना पड़ रहा है यहां तक कि केंद्रीय पर्यावरण ने जिले में उद्योग विस्तार पर रोक भी लगाई है परंतु सारे नियम को ताक में रखते हुए उक्त जनसुनवाई को कराया जा रहा है जो न्यायसंगत नहीं है।

चौहान ने आगे बताया रायगढ़ स्थित सन स्टील एंड पावर कंपनी अपने स्टील प्लांट और स्पंज आयरन की उत्पादन क्षमता में विस्तार के लिए जनसुनवाई की मांग कर रही है। इस विस्तार से कंपनी की मौजूदा क्षमता 60,000 TPA से बढ़कर 300,000 TPA हो जाएगी, यानी लगभग 6 गुना वृद्धि। इसके अतिरिक्त, कंपनी कई नए छोटे-बड़े प्लांट भी स्थापित करने की योजना बना रही है।
कंपनी के इस विस्तार से रायगढ़ क्षेत्र की सात पंचायतों के गांवों पर विपरीत प्रभाव पड़ने की आशंका है। ग्रामीणों का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए लाखों लीटर पानी की आवश्यकता होगी, जिससे जल संसाधनों का भारी दोहन होगा।

यही नहीं कंपनी ने मुआवजा सहित स्थाई रोजगार जैसे पुराने वादे भी पूरे नही किए हैं जिससे स्थानीय युवक रोजगार के लिए भटक रहे हैं जो कंपनी के कुप्रबंधन को भी परिभाषित करता है।
कांग्रेस नेता ने विज्ञप्ति के माध्यम से आम लोगों से अपील की है की उद्योग विस्तार के खिलाफ वृहद रूप से जन आंदोलन करें जिससे की हमारे क्षेत्र की प्राकृतिक संसाधनों का दोहन ना हो और हमे स्वच्छ हवा पानी मिल सके इसके लिए चौहान ने रोक ना लगने पर न्यायालय के शरण में तक जाने की बात कहते हुए स्थानियों से भी सहयोग की अपेक्षा की है।।

