जनपद सीईओ ने की थी खरीदी, कलेक्टर ने दिए थे जांच के आदेश, जीएसटी फर्जीवाड़े से जुड़े तार, सेंट्रल जीएसटी की टीम कर सकती है जांच
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धरमजयगढ़ जनपद सीईओ ने की थी खरीदी, कलेक्टर ने दिए थे जांच के आदेश, जीएसटी फर्जीवाड़े से जुड़े तार, सेंट्रल जीएसटी की टीम कर सकती है जांच
रायगढ़ :- धर्मजयगढ़ में डीएमएफ के साढ़े आठ करोड़ रुपए जनपद सीईओ को दिए गए थे ताकि वन अधिकार पट्टाधारकों के लिए कृषि उपकरण खरीदे जा सकें। इस मामले के तार जीएसटी फर्जीवाड़े से जुड़ गए हैं। कलेक्टर ने सप्लाई की गई सामग्री के भौतिक सत्यापन का आदेश दिया था, लेकिन कृषि विभाग उस आदेश को ही दबाकर बैठ गया। अब इसमें जीएसटी फर्जीवाड़ा भी सामने आया है।

धरमजयगढ़ में 16 ग्राम पंचायतों में 1906 हितग्राहियों को कृषि उपकरण सामग्री सप्लाई के लिए डीएमएफ से करीब साढ़े आठ करोड़ रुपए मिले थे। यह रकम सीधे जनपद सीईओ को दी गई जिसमें से करीब 5.12 करोड़ रुपए का भुगतान सप्लायर संजय शेंडे को हो चुका है। बाकी रकम कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने रोक दी और सामग्री के भौतिक सत्यापन के आदेश दिए थे। दरअसल इस बात की तस्दीक करनी थी कि जो सामग्री क्रय की गई, वह हितग्राही को मिली या नहीं।
अगर डिलीवरी हुई है तो गुणवत्ता की जांच भी की जानी थी। जिस दर पर खरीदी हुई, उसकी भी जांच की जानी थी। कलेक्टर ने डीडीए अनिल वर्मा को भौतिक सत्यापन के आदेश दिए थे, लेकिन उन्होंने अपने मातहतों को इस काम में लगाया ही नहीं। बताया जा रहा है कि कलेक्टर के आदेश को दबा दिया गया। भौतिक सत्यापन किया ही नहीं गया। यह बहुत बड़ा घोटाला है जिसमें अब कृषि विभाग भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। डीडीए ने धरमजयगढ़ एसएडीओ और अन्य को इसकी जानकारी ही नहीं दी। कलेक्टर के आदेश को अनदेखा कर दिया गया। धरमजयगढ़ में कृषि विभाग के एसएडीओ समीउल्लाह खान को तो इसके बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। सेंट्रल जीएसटी ने पकड़ा है सप्लायर को
दूसरी तरफ धरमजयगढ़ में सामग्री सप्लाई करने वाला संजय शेंडे सेंट्रल जीएसटी के हत्थे चढ़ गा है। संजय ने चार कंपनियों मेसर्स ज्योति ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स क्लिफो ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स एसएस एंटरप्राइजेस और मेसर्स सांई इंडस्ट्रीज के जरिए बिना किसी सामग्री आपूर्ति के आईटीसी का लाभ उठा लिया। दिल्ली में उसने 22 फेक फर्म बनाए। चारों कंपनियों के जरिए 10.14 करोड़ रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त किया। उसी में धरमजयगढ़ को हुई सप्लाई का भी जिक्र है। क्या कहते हैं खान
मुझे तो इस आदेश के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। आप कृषि विभाग के जिला कार्यालय से पूछ सकते हैं।
– समीउल्लाह खान, एसएडीओ धरमजयगढ़

