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रेत माफियाओं के हौसले बुलंद, हज़ारों ट्रैक्टर रेत का कर रहे भंडारण, आखिर किसकी है साथ ???

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रेत माफियाओं के हौसले बुलंद, हज़ारों ट्रैक्टर रेत का कर रहे भंडारण, आखिर किसकी है साथ ???

जितेन्द्र पांडे की लेख

1.रात के अंधेरे में चल रहा मिरौनी के घाटों में अवैध उत्खनन

2.शासन प्रशासन बना मूकदर्शक ।

3.खुले आम वृहद मात्रा में रेत के इस अवैध भंडारण में खनिज विभाग के अधिकारियों के साठ गांठ की आशंका ।

4. गांव के सड़क किनारे शासकीय स्थानों पर रेत का भंडारण

5. रेत के कालाबाजारी से करोड़ो के राजस्व क्षति की आशंका

6. 3000 रु.से 3500 रु. प्रति टैक्टर तक रेत की हो रही कालाबाजारी ।

7. भारी वाहनों के कारण ग्राम की सड़कों का बुरा हाल ।

8. जर्जर सड़कों पर छोटे वाहनों का चलना दूभर ।

जय जोहार इंडिया TV सारंगढ/सरसींवा – कोसीर थाना अंतर्गत मिरौनी बैराज से लगे ग्राम भद्रा सहित आसपास के ग्रामों में 100-200 नहीं बल्कि 2 हजार से ज्यादा ट्रक रेत का भंडारण अवैध तरीके से कर दिया गया है। यहां महानदी से पहले से ही रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है। कहा जा रहा है कि नदी से रेत का उत्खनन और भंडारण दोनों नियमो के खिलाफ है लेकिन न खनिज विभाग को इससे फर्क पड़ रहा है और न हीं जिला व स्थानीय प्रशासन को।

  इन दिनों मिरौनी बैराज से लगे ग्रामो में रेत का अवैध भंडारण अपने चरम पर है । वही सूत्रों के अनुसार महानदी तट से लगे ग्रामों में किसी तथाकथित ठेकेदार द्वारा ग्राम मुखिया एवं ग्रामीणों के सह पर रेत का अवैध भण्डारण कराया गया है । सूत्र है कि बाहर से आकर बसे इस रेत माफिया ठेकेदार के हजारों शिकायतों के बावजूद इस पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही न होने से इसके हौसले इतने बुलंद है कि इसने ग्राम भद्रा में रोड, मुक्तिधाम सहित स्कूल के बाउन्ड्री वाल के चारो ओर रेत का अवैध भंडारण करा रखा है । वही रात के अंधेरे में अब भी धड़ल्ले से घाटों पर बड़ी बड़ी मशीनों द्वारा रेत की खुदाई चल रही जिससे ग्रामीणों का मानना है कि खनिज विभाग के अधिकारियों से इस ठेकेदार की सांठ गांठ है । आलम यह है कि इसने पूरे ग्राम भद्रा और महानदी तट से लगे ग्रामो को रेत के टीले में तब्दील कर दिया है । विभाग पर सांठ गांठ के ऐसे आरोप लगना भी लाज़मी है क्योंकि समस्त बातों की जानकारी होने बाद भी खनिज विभाग मौन साधे हुए है । इन रेत माफियाओं ने सारे नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रखी है वही किसी प्रकार की कोई सख्त कार्यवाही न होने से इन रेत के कालाबाजारियों के हौसले बुलंद है ।

    ज्ञातव्य हो कि वर्षा ऋतु के समय ये रेत माफिया ऐसे रेत का भंडारण कर मोटे दामों में रेत सप्लाई कर मोटी कमाई करते है । जहाँ कुछ ग्रामीणों ने बताया कि अभी प्रति ट्रिप 2500-3500रु तक जगह और दूरी के हिसाब से रेत सप्लाई कर कमाई की जा रही है । जहां जिले के राजस्व को भी करोड़ो रुपयों की क्षति हो रही है । रेत के इस अवैध परिवहन में उपयोग होने वाले ओवरलोड भारी वाहनों टैक्टर,हाइवा, जेसीबी के भारी भरकम लोड से ग्रामीण अंचल की सड़कों को भी नुकसान पहुंच रहा है । ग्राम भद्रा पहुंच मार्ग की सड़के इतनी बदहाल है कि यहाँ छोटे वाहनों का चलना दूभर होगया है । जहाँ रोड के किनारे भंडारण किये गए रेत भी आवागमन बाधित कर रहे है । सड़को, शासकीय स्थानों,समतल स्थानों में इस तरह खुले आम रेत का अवैध भंडारण खनिज विभाग के भी इस भ्रष्टाचार में संलिप्तता की कहानी बयां करता है । जहाँ नाम न बताने के शर्त पर रेत परिवहन कर रहे कुछ वाहन मालिकों ने, जुड़े कई अधिकारियों को एंट्री के नाम पर दी जा रही मोटी राशि के बारे में बताया ।

   आज चंद रुपयों के लिए हो रहे इस भ्रष्टाचार से जीवनदायनी महानदी के घाटों का हाल बेहाल हो चुका है । इन काला बाजारियों ने घाटों को खोदकर खोदकर तटो की बहुत बुरी दुर्दशा कर दी है । जहाँ रेत के इस अवैध कारोबार काला बाजारी से शासन प्रशासन को करोड़ो के राजस्व की हानि भी हो रही है । समस्त बातों के संज्ञान में होने बावजूद खनिज विभाग की चुप्पी और भी बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है ।

     सूत्रों के मुताबिक जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से प्रदेश अवैध कार्यों पर अंकुश लगाने के सख्त निर्देश दिए गए है। लेकिन जिला सारंगढ बिलाईगढ़ क्षेत्र में इसका विपरीत असर देखने को मिल रहा है। नेतृत्व की कमी के चलते जिले में अफसरशाही अपने चरम पर है। जानकारों का मानना है की भाजपा के शासन काल में कांग्रेस शासन काल की अपेक्षा ज्यादा अवैध कार्य होने लगे है । इसे लेकर भी तरह तरह की चर्चा क्षेत्र में होने लगी है। अब इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की भी जिम्मेदारी बनती है कि क्षेत्र में हो रहे अवैध कार्यों पर नकेल कसने अधिकारियों को निर्देशित करें ।।

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