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रायगढ़ – धरमजयगढ यातायात बाधित जिम्मेदार बेपरवाह होकर देख रहे तमाशा!  ठेकेदार करवा रहा अपने आदिम से अवैध वसूली विभागीय अधिकारी मौन?? आखिर क्यों चुप बैंठे हैं सांसद-विधायक

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रायगढ़ – धरमजयगढ यातायात बाधित जिम्मेदार बेपरवाह होकर देख रहे तमाशा!

 ठेकेदार करवा रहा अपने आदिम से अवैध वसूली विभागीय अधिकारी मौन??

आखिर क्यों चुप बैंठे हैं सांसद-विधायक

धरमजयगढ़ वासियों के लिए डूब मरने की स्थिति है, जिला मुख्यालय जाने के लिए मुख्य सड़क आज 7 दिन से जाम है, जाम हटाने के लिए ना तो स्थानीय प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही जिला प्रशासन ऐसा लग रहा है कि ठेकेदार के आगे घूटने ठेग बंैठे हैं यहां के अधिकारी-कर्मचारी? ऐसा इसलिए बोलना पड़ रहा है कि आज 7 दिन से रायगढ़ रोड से गाड़ी आना जाना नहीं कर पा रहे हैं और विभागीय अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं हैं। नागदरहा और कोसमघाट के बीच कोई धमतरी के ठेकेदार बजरंग अग्रवाल द्वारा पुलिया निर्माण करवाया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा आवाजाही बंद न हो इसके लिए परिवर्तित मार्ग बनाया गया है ताकि सुचारू रूप से वाहनों का परिचलन हो सकें, लेकिन ठेकेदार द्वारा परिवर्तित मार्ग को इतना ही घटिया बनाया है कि थोड़ी सी बरसात में परिवर्तित मार्ग से वाहनों का आना जाना बंद हो जाता है। जब से बरसात चालू हुआ है तब से इस सड़क का हाल बेहाल है, कभी भी रोड जाम होने की खबर आ रही थी लेकिन तब 2-4 घंटे में जाम खुल जाता था, हद तो तब हो गया कि 31 जुलाई से आज तक सड़क पूरी तरह जाम नहीं खुल पाया। जिसके कारण यात्री बस का परिचलन पुरी तरह बंद हो गया है सभी बसें बाकारूमा होते हुए लैलूंगा से रायगढ़ जा रहे हैं।

जब भी इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात किया जाता है तो उनका कहना है कि क्या करें ठेकेदार राजनीतिक पहुंच वाले हैं किसी की बात नहीं सुनते हैं। बजरंग अग्रवाल तो अजय चन्द्राकर के करीब हैं हम लोग क्या करें, हमार बात सुनता ही नहीं है। अब देखिए कि हमारे जनप्रतिनधि भी कितना चुस्त हैं कि सात दिन से मुख्य सड़क का हाल इतना खराब है सड़क पर आना जाना पूरी तरह बंद हो गया है लेकिन इनको इससे कोई सरोकार नहीं है ना तो विधायक इनका खबर ले रहा है और न ही सांसद। सड़क मामले में सत्ता पक्ष तो मौन धारण कर बैंठे हैं इसके साथ-साथ विपक्ष चुप्पी धारण कर बैंठने क्षेत्रवासियों के समझ से परे हैं।

 ठेकेदार के कर्मचारी जाम को बना लिया धंधा

परिवर्तित मार्ग पर ठेकेदार द्वारा एक जेसीबी मशीन को खड़कर रखा गया है ताकि कोई ट्रक परिवर्तित मार्ग पर फसे ताकि ट्रक को निकालने के लिए 2-4 हजार रूपये तक ले सके। इसके लिए ठेकेदार द्वारा अपना कर्मचारी को ड्यूटी लगा रखा है पुलिया के पास। हमारे कैमरे के सामने कई ट्रक चालक ने बताया कि

जब गाड़ी सड़क में फस जाता है तब गाड़ी के पास इनके आदिमी आकर मोल भाव करते हैं कि इतना लगेगा गाड़ी निकालने के लिए अगर इनके हिसाब से रूपये नहीं देते हैं तो गाड़ी को निकालने के लिए कोई मदद नहीं किया जाता है जैसे ही इनके मांग के अनुरूप रूपये देने की बात होता है तब जेसीबी मशीन से गाड़ी निकालते हैं। विड़बना देखिए कि ठेकेदार रोज हजारों रूपये इस परिवर्तित मार्ग से जब कमाई कर रहे हैं तो फिर परिवर्तित मार्ग को क्यों सुधार कर अपना कमाई बंद करेंगे, अवैध कमाई के कारण ही आज 7 दिन से मुख्य सड़क जाम पड़ा है क्योंकि हर ठेकेदार का जेसीबी मशीन सड़क में फस रहे 8-10 गाड़ी को निकालते है रोज, जिसके एवज में लगभग हर दिन 20 हजार रूपये कमा रहे हैं।

क्या कहते अधिकारी-कर्मचारी

ठेकेदार के कर्मचारी द्वारा अवैध तरीके से गाड़ी वालों से वासूली के संबंध में लोक निर्माण विभाग के सब इंजीनियर खुंटे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मैं आज सुबह से जाम खुलवाने में लगा हूं मुझे नहीं मालूम कौन कितना रूपये ले रहा है, और न तो हमारे द्वारा किसी प्रकार का कोई वासूली करवाया जा रहा है। जब साहब जी को वासूली करने का वीडियो, ट्रक चालक द्वारा कैमरे के सामने बताया गया वीडिया दिखाया गया तब इंजीनियर साहब ने ठेकेदार का साइड इंचार्ज अमित सिंह को बुलाया और पता करवाया कौन अवैध वासूली कर रहा है तब पता चला कि ठेकेदार का ही कर्मचारी प्रत्येक गाड़ी से 2 हजार रूपये वासूली कर रहा है।

 अवैध वासूली की जानकारी देने के लिए एसडीओ पीडब्लूडी गणेश शर्मा से फोन पर चर्चा करने पर बताया कि मैं अभी बाबा धाम में हूं बात में बात करता हूं। वहीं एसडीएम घरघोड़ा से इस संबंध बात करने की कोशिश करने पर एसडीएम साहब का मोबाईल व्यास्थ मिला जिसके कारण उनसे बात नहीं हो पाया है तो वहीं लोक निर्माण विभाग के ईई ने तो फोन रिसिव नहीं किया।।

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